NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 1 - क्या, कब, कहाँ और कैसे

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NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 1 - What, Where, How and When hindi medium

संक्षिप्त जानकारी

  • लोग नर्मदा नदी के तट पर लाखों वर्षों से रह रहे हैं। यहाँ रहने वाले आरंभिक लोगों में से कुछ कुशल संग्राहक थे।
  • उत्तर-पश्चिम में स्थित सुलेमान तथा किरथर के पहाड़ी क्षेत्र में कुछ ऐसे स्थान हैं जहाँ सबसे पहले गेहूँ तथा जौ की फ़सलें उगाई गईं।
  • गारो तथा विंध्य के पहाड़ी क्षेत्र ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ कृषि का विकास हुआ। विंध्य के उत्तर में स्थित स्थानों पर सबसे

पहले चावल उगाया गया।

  • मगध गंगा-सोन नदी क्षेत्र में स्थित एक विशाल राज्य था। इसके शासक बहुत शक्तिशाली थे।
  • पत्थर, अथवा धातु पर खुदे लेख को अभिलेख कहते हैं।
  • इंडिया शब्द 'इंडस' से निकला है जिसे संस्कृत में सिंधु कहा जाता है।
  • प्राकृत प्राचीनकाल में आम लोगों की भाषा थी।
  • अतीत के इतिहास के स्रोतों में पांडुलिपियां, अभिलेख तथा प्राचीन सामग्री शामिल हैं।
  • पांडुलिपि हाथ से लिखा गया लेख होता है।

 

 1.  आज लोग यात्राएं क्यों करते हैं ? 

उत्तर:- आज लोग यात्राएं निम्नलिखित कारणों से करते हैं।
  • काम के लिए 
  • व्यापार के लिए ।
  • अपने सगे- सम्बंधियों से मिलने के लिए ।
  • पर्यटन स्थलों की सैर करने के लिए ।
2. लगभग 4700 वर्ष पहले आरंभिक लोगों ने किन फसलों को और कहां उपजाना  आरंभ किया था ?
उत्तर :-  लगभग 4700 वर्ष पहले आरंभिक लोगों ने गेंहू तथा जौ जैसी फसलों को सुलेमान तथा किरथर पहाड़ियो के आस के क्षेत्रों में उपजाना आरंभ किया था।

3. क्या पूरातत्वविदों को बहुदा कपड़ों के अवशेष मिलते होंगे ?
उत्तर :- पूरातत्वविदों को कपड़ों के अवशेष बहुत कम मिलते होंगे क्योंकि उस समय सूती के वस्त्र बनाए जाते थे, जो समय के साथ सड़- गल जाते थे।

 4. क्या तुम बता सकती हो कि कठोर सतह पर लेख लिखवाने  के क्या लाभ थे ।ऐसा करवाने में क्या -क्या कठिनाइयां आती थी ?
उत्तर :- कठोर सतह पर लेख लिखवाने के ये लाभ थे कि इन्हें लंबे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता था ,जिससे आने वाली पीढ़ियों को अपने अतीत के बारे में इन अभिलेखों से जानकारी प्राप्त हो सकती थी।
कठोर  सतह पर लिपि को उत्कीर्ण करने में काफी कठिनाइयां आती होंगी तथा इसमें अधिक परिश्रम और  समय लगती होंगी।

5. तुम्हें एक पूरातत्वविद्  का साक्षात्कार लेना है ।तुम उन पांच प्रश्नों की एक सूची तैयार करो जिन्हें तुम उनसे  पूछना चाहोगे ?
उत्तर :- प्रश्नों की एक सूची
  1. खुदाई से प्राप्त अवशेषों के आधार पर हम अपने इतिहास की जानकारी किस प्रकार  प्राप्त कर सकते हैं।
  2.  किसी पुरास्थल की खुदाई करने में  कितना  समय लग जाता है।
  3. खुदाई करते समय किस प्रकार की सावधानी बरतनी पड़ती है ।
  4.  खुदाई से प्राप्त अवशेषों के आयु का निर्धारण किस प्रकार किया जाता है। 
  5. खुदाई से प्राप्त अवशेषों का संरक्षण किस प्रकार किया जाता है।

अभ्यास के प्रश्न

आओ याद करें

प्रश्न 1. निम्नलिखित का सुमेल करो-

नर्मदा घाटी                                        पहला बड़ा राज्य

मगध                                               शिकार तथा संग्रहण

गारो पहाड़ियाँ                                     लगभग 2500 वर्ष पूर्व के नगर

सिंधु तथा इसकी सहायक नदियाँ              आरंभिक कृषि   

गंगा घाटी                                          प्रथम उत्तर-नर्मदा घाटी

उत्तर 

नर्मदा घाटी                                        शिकार तथा संग्रहण

मगध                                               पहला बड़ा राज्य

गारो पहाड़ियाँ-                                  आरंभिक कृषि

सिंधु तथा इसकी सहायक नदियाँ             प्रथम नगर

गंगा घाटी                                            लगभग 2500 वर्ष पूर्व के नगर

 

प्रश्न 2. पांडुलिपियों तथा अभिलेखों में एक प्रमुख अंतर बताओ।

उत्तर -पांडुलिपियां ताड़पत्रों अथवा भूर्ज के पेड़ की छाल पर लिखी पुस्तकें हैं। क्योंकि इन्हें हाथ से लिखा गया है इसलिए इन्हें पांडुलिपियां  कहते हैं। इसके विपरीत अभिलेख पत्थरों अथवा धातुओं पर खुदे लेख होते हैं।

 

आओ चर्चा करें

प्रश्न 3. रशीदा के प्रश्न को फिर से पढ़ो। इसके क्या उत्तर हो सकते हैं?

उत्तर - रशीदा सौ साल पहले के इतिहास की जानकारी प्राप्त करना चाहती है। वह समझ नहीं पा रही कि वह यह जानकारी कैसे प्राप्त करे। इसका उत्तर यह है कि वह उस काल के स्रोतों का अध्ययन करे। इन स्रोतों में उस काल की पुस्तकें, अवशेष, अभिलेख, औज़ार आदि शामिल हो सकते हैं।

 

प्रश्न 4. पुरातत्वविदों द्वारा पाई जाने वाली सभी वस्तुओं की एक सूची बनाओ। इनमें से कौन-सी वस्तुएँ पत्थर की

बनी हो सकती हैं ?

उत्तर - पुरातत्ववेताओं द्वारा पाई गई वस्तुएँ पुरातत्व स्रोत कहलाती हैं। इन स्रोतों में प्राचीन स्मारक या भवन, औजार, मिट्टी के बर्तन, मूर्तियाँ, आभूषण, सिक्के तथा दैनिक प्रयोग की अनेक चीजें शामिल हैं। इनमें से अधिकतर चीज़ों को धरती के भीतर से निकाला जाता है।

पत्थर की वस्तुएँ - इनमें से औज़ार, स्मारक तथा मूर्तियाँ पत्थर से बनी हो सकती हैं।

 

प्रश्न 5. साधारण स्त्री तथा पुरुष अपने कार्यों का विवरण क्यों नहीं रखते थे? इसके बारे में तुम क्या सोचते हो ?

उत्तर - साधारण स्त्री-पुरुषों का जीवन बहुत कठिन था। उन्हें हर समय अपने भोजन की ही चिंता रहती थी। उनकी अन्य गतिविधियाँ भी सीमित थीं। अतः वे अपने कार्यों का विवरण रखने के बारे में सोच भी नहीं सकते थे।

 

प्रश्न 6. कम-से-कम दो ऐसी बातों का उल्लेख करो जिनसे तुम्हारे अनुसार राजाओं और किसानों के जीवन में

भिन्नता का पता चलता है।

उत्तर - (i) राजाओं का मुख्य कार्य लड़ाइयां लड़ना था, जबकि किसानों का मुख्य कार्य पशु-पालन और खेती करना था।

(ii) राजा का जीवन सुख और समृद्धि से भरा था। इसके विपरीत किसान कठोर परिश्रम करके अपने परिवार का पालन-

पोषण करता था।

 

Additional Important Questions (अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न)

 

Short Answer Type Question (अति लघु उत्तरीय/ वस्तुनिष्ठ प्रश्न)

प्रश्न 1. प्राचीन महाकाव्य तथा नाटक मुख्यत: किन भाषाओं में मिलते हैं ?

उत्तर-संस्कृत, तमिल, प्राकृत आदि भाषाओं में।

प्रश्न 2. भारत में सर्वप्रथम चावल किस क्षेत्र में उगाए गए ?

उत्तर-विंध्य पर्वत के उत्तरी क्षेत्र में।

प्रश्न 3. सुलेमान तथा किरथर के पहाड़ी क्षेत्र के लोग कौन-से पशु पालते थे ?

उत्तर-भेड़, बकरी तथा गाय-बैल।

प्रश्न 4. उस राजा का नाम बताओ जिसके अभिलेख बड़ी संख्या में मिलते हैं।

उत्तर-अशोक।

प्रश्न 5. मगध का राज्य कहाँ स्थित था ?

उत्तर-गंगा-सोन नदी क्षेत्र में।

प्रश्न 6. सर्वप्रथम कब और किस क्षेत्र के लोगों ने फ़सलें उगानी आरंभ की ? उनके द्वारा उगाई जाने वाली दो

फ़सलों के नाम बताओ।

उत्तर -सर्वप्रथम लगभग 8000 वर्ष पहले सुलेमान तथा किरथर के पहाड़ी क्षेत्र के लोगों ने फ़सलें उगानी आरंभ की। उनके द्वारा उगाई जाने वाली दो फ़सलें गेहूँ और जौ थीं।

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Short Answer Type Question (लघु उत्तरीय प्रश्न)

 

प्रश्न 1. पांडुलिपियां प्रायः कहां से प्राप्त होती हैं ? इनके नष्ट होने का एक कारण बताओ। अतीत के इतिहास की दृष्टि से इनका क्या महत्त्व है ?

उत्तर - पांडुलिपियां अतीत में हाथ से लिखी पुस्तकें हैं। ये प्रायः मंदिरों तथा विहारों से प्राप्त होती हैं।

 

प्रश्न 2. दक्षिणी एशिया को प्रायः उपमहाद्वीप क्यों कहा जाता है।

उत्तर-दक्षिण एशिया भले ही एशिया महाद्वीप से छोटा है, फिर भी यह काफ़ी विस्तृत है। पर्वत, पहाड़ियां तथा सागर इसे शेष एशिया से अलग करते हैं। इस प्रकार यह एक अलग इकाई है। इसी कारण दक्षिणी एशिया को उपमहाद्वीप कहा जाता है।

 

प्रश्न 3. हमारे देश का नाम 'इंडिया' तथा 'भारत' कैसे पड़ा ?

उत्तर-हम अपने देश को इंडिया अथवा भारत कहते हैं। इंडिया शब्द 'इंडस' से निकला है जिसे संस्कृत में सिंधु कहा जाता है। लगभग 2500 वर्ष पहले उत्तर-पश्चिम की ओर से आने वाले ईरानियों और यूनानियों ने सिंधु को हिंदोस अथवा इंदोस कह कर पुकारा। उन्होंने सिंधु नदी के पूर्व में स्थित भू-प्रदेश को इंडिया का नाम दिया। देश के उत्तर पश्चिम में रहने वाले लोगों के एक समूह के लिए भरत नाम का प्रयोग किया जाता था। बाद में भरत शब्द का प्रयोग देश के लिए होने लगा जो धीरे-धीरे भारत हो गया।

 

प्रश्न 4. शिकारी-खाद्य संग्राहक से क्या अभिप्राय है ?

उत्तर -हज़ारों वर्ष पहले लोग पौधे उगाना नहीं जानते थे। वे अपने भोजन के लिए प्रकृति पर निर्भर रहते थे। वे प्राकृतिक रूप से उगे पेड़-पौधों से मिलने वाली चीज़ों का संग्रह करके अपना गुज़ारा करते थे। वे पशुओं को पालने की बजाय उनका शिकार करते थे। इन्हीं लोगों को हम 'शिकारी खाद्य-संग्राहक' कहते हैं।

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